चमोली ( प्रदीप लखेड़ा )
चमोली जिले के गोदली राजकीय इंटर कॉलेज के छात्र-छात्राएं खतरे के साए में पढ़ाई कर रहे हैं। भूधंसाव की वजह से इस कॉलेज परिसर के आगे जमीन लगातार दरकते हुए टूट रही हैं। दो कक्षा कक्ष तो बेहद संवेदनशील स्थिति में पहुंच चुके हैं।
स्थानीय लोग स्कूल की स्थिति से कई बार अफसरों को अवगत करा चुके हैं, लेकिन अब तक ठोस कार्यवाही नहीं हुई।
मानसून सीजन में स्कूल पर खतरा और ज्यादा बढ़ गया है। शिक्षा विभाग का कहना है कि छात्रों को स्कूल परिसर के दूसरे सुरक्षित कक्षों में बिठाया जा रहा है, लेकिन अभिभावकों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता बनी हुई है। चमोली के पोखरी विकासखंड का गोदली गांव दूरस्थ गांव है। सात गांवों के बीच यह एक अकेला इंटर कालेज हैं। यहां वर्तमान में करीब 200 छात्र-छात्राएं यहां पढ़ रहे हैं। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान’ ने गोदली के स्कूल की पड़ताल की तो डरावनी तस्वीर सामने आई।
यहां विद्यालय भवन खतरे की जद में आ गया है। स्थानीय निवासी दलीप सिंह, चित्र सिंह, कुंवर सिंह, कैलाश, दनपाल सिंह ने बताया कि वर्ष 2014 से स्कूल परिसर के आगे भू धंसाव हो रहा है। यहां मिट्टी लगातार दरक रही है। मिट्टी कटते कटते स्कूल की दीवार के पास पहुंच चुकी है। ग्रामीणों का कहना है कि कलसीर से नौली तक सड़क बनने के बाद से भूधंसाव में तेजी आई है। कई बार पीएमएजीएसवाई, शिक्षा विभाग और प्रशासन के अधिकारियों का इस बारे में बताया जा चुका है।
*महेंद्र भट्ट और राजेंद्र भंडारी का क्षेत्र है पोखरी ब्लॉक*
पोखरी ब्लॉक प्रदेश के भाजपा और कांग्रेस के बड़े नेताओं का गृह क्षेत्र भी है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट इसी ब्लॉक से हैं। बद्रीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी भी यहीं से आते हैं। वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी विधायक भंडारी की पत्नी हैं।
पीएमजीएसवाई की सड़क बनने के बाद से जमीन दरकना शुरू हुआ है। जमीन दरकने पर पीएमजीएसवाई अफसरों ने इसकी मरम्मत के लिए 80 लाख रुपये का प्रोजेक्ट शासन को भेजा है। शिक्षा विभाग अपने स्तर पर कालेज में दो नए कक्ष बनवा रहा है। स्कूल प्रधानाचार्य को निर्देश दिए गए हैं कि संवेदनशील कक्षों में छात्रों को किसी भी सूरत में न बिठाया जाए।