Prabhat Chingari
जीवन शैली

बाल विज्ञान महोत्सव में शामिल हुए 240 छात्र, मुख्यमंत्री धामी ने खुशी जताई

*गोपेश्वर बाल विज्ञान महोत्सव में शामिल हुए 240 छात्र, मुख्यमंत्री धामी ने खुशी जताई*
चमोली ( प्रदीप लखेड़ा )
जिला मुख्यालय गोपेश्वर में बाल विज्ञान महोत्सव शुरू हो गया है। मुख्य अतिथि कर्णप्रयाग विधानसभा के विधायक अनिल नौटियाल ने कार्यक्रम का दीप जलाकर उद्घाटन किया। विधायक नौटियाल के साथ चमोली के डीएम हिमांशु खुराना भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वीडियो मैसेज के माध्यम से कहा कि मुझे बाल विज्ञान कार्यक्रम के लिए अपार हर्ष हो रहा है।
सीएम धामी ने विज्ञान के क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए प्रोत्साहन के बाद भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियों के बारे में बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भारत के चंद्रयान मिशन की दुनिया भर में चर्चा हो रही है। भारत के आदित्य मिशन से पूरा विश्व हैरान है। परमाणु ऊर्जा और आईटी में भारत विश्व के टॉप देशों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह बाल विज्ञान महोत्सव सभी प्रकार की समस्याओं का वैज्ञानिक समाधान ढूंढने का शानदार मौका है। हमारे नन्हे मुन्ने छात्र इस मौके का भरपूर फायदा उठाएं. सीएम धामी ने कहा कि इससे नयी वैज्ञानिक चेतना का संचार बढ़ेगा। मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह महोत्सव सभी बच्चों के लिए नवाचारी, प्रकृति का विकास करते हुए उत्तराखंड के उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रभावी मंच बनेगा।
चमोली के डीएम हिमांशु खुराना ने कहा कि आज कई ऐसे क्षेत्र हैं जिसमें हमारा देश दुनिया का नेतृत्व कर रहा है। हमारे देश में अक्षय ऊर्जा, सौर ऊर्जा पवन ऊर्जा के साथ-साथ कम्प्यूटर, मोबाइल चिप का बड़े लेवल पर उत्पादन हो रहा है। डीएम ने चमोली जिले में शिक्षा के लिए किए गए अभिनव प्रयोगों के बारे में बताया। आज के समय में लाइब्रेरी का अहम योगदान है। जिलाधिकारी खुराना ने कहा कि हमने चमोली जिले में चार बड़ी लाइब्रेरी बनाई हैं। ये लाइब्रेरी जोशीमठ, गोपेश्वर, कर्णप्रयाग और गौचर में स्थापित हैं। गोपेश्वर लाइब्रेरी में आज 120 से अधिक बच्चे अध्ययन करते हैं।
यूकॉस्ट के महानिदेशक दुर्गेश पंत ने बताया कि बाल विज्ञान महोत्सव में 6 सीमांत जिलों उत्तरकाशी, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चंपावत, रुद्रप्रयाग तथा चमोली के कुल 240 बच्चे प्रतिभाग कर रहे हैं। बाल विज्ञान महोत्सव में विज्ञान ड्रामा, नाटक, विज्ञान प्रश्नोत्तरी, पोस्टर प्रदर्शनी और कविता पाठ होगा।

Related posts

UNESCO मुख्यालय में ऐतिहासिक अंतरराष्ट्रीय शांति सम्मेलन:

prabhatchingari

डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक की कहानियों के नाट्य रूपांतरण ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध

prabhatchingari

जलवायु परिवर्तन संकट का सबसे बड़ा बोझ झेल रहे हैं बच्चे: सुमंता कर, सीईओ, एसओएस चिल्ड्रेन्स विलेजेज इंडिया

prabhatchingari

टीएचडीसीआईएल ने पं. ललित मोहन शर्मा परिसर, श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय, ऋषिकेश में गणित पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया

prabhatchingari

लिटरेचर फेस्टिवल का छठा संस्करण 8 नवंबर से होगा शुरू

prabhatchingari

जन समस्याओं का त्वरित समाधान करना हमारी जिम्मेदारी है – मुख्यमंत्री

prabhatchingari

Leave a Comment