उत्तरकाशी।देर रात हुई अतिवृष्टि एवं बादल फटने की घटना के कारण पुरोला, बड़कोट एवं डंुण्डा तहसील के अनेक स्थानों पर हुए भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन के द्वारा प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के साथ ही भूस्खलन से अवरूद्ध सड़कों को खोले जाने और बिजली, पानी की आपूर्ति सुचारू करने सहित अतिवृष्टि से प्रभावित अन्य नागरिक सुविधाओं की बहाली के लिए तत्काल प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। प्राथमिकता के आधार पर बंद सड़कों को खोलने के लिए विभिन्न विभागों की जे.सी.बी और अन्य मशीनरी को भोर से ही प्रभावित क्षेत्रों में काम पर जुटा दिया गया है। इन घटनाओं में जिले में कोई जनहानि नहीं हुई है और परिसंपत्तियों को हुए नुकसान का ब्यौरा जुटाया जा रहा है।
देर रात करीब ढाई बजे हुई इन घटनाओं की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने उप जिलाधिकारी पुरोला और उप जिलाधिकारी बड़कोट को तत्काल समबन्धित विभागों के कर्मियों के साथ मौके पर जाकर प्रभावितों की मदद करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने तत्काल कारवाई करते हुए सभी सेवाओं को सुचारू करने की शुरुआत करने सहित इन घटनाओं मे हुई क्षति का आंकलन कर आख्या प्रस्तुत करने और अनुमन्य राहत राशि का वितरण अविलंब करने की हिदायत भी दी है।
प्राप्त प्रारंभिक जानकारी के अनुसार देर रात हुई अतिवृष्टि के कारण बड़कोट तहसील के अंतर्गत गंगनानी में भूस्खलन का मलबा आने के कारण एक टूरिस्ट रिजॉर्ट के कुछ कॉटेज क्षतिग्रस्त हुए हैं और कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय के परिसर में भी मलवा घुसा है। विद्यालय की सभी छात्राएं सुरक्षित हैं। पुरोला के छाड़ा खंड में भी बादल फटने के कारण भूस्खलन हुआ है भूमि कटाव और कुछ घरों और दुकानों में मलवा घुस गया। घटना की जानकारी मिलते ही तत्काल देर रात प्रशासनिक टीम और एसडीआरएफ के कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। इन घटनाओं में कोई जनहानि नहीं हुई है। उप जिलाधिकारी पुरोला देवानन्द शर्मा और उपजिलाधिकारी बड़कोट जितेंद्र कुमार पुलिस तथा प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमों के साथ मौके पर मौजूद हैं। उधर डुण्डा तहसील के धौंतरी गांव के ऊपर भू-धंसाव होने से कुछ घरों में मला घुसा है। जहां पर प्रशासन की टीम तड़के ही पहॅूंुच चुकी है।