देहरादून ,वैज्ञानिक और शैक्षणिक महत्व को दर्शाते हुए, द आर्यन स्कूल ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चंद्रयान-3 चंद्रमा मिशन की सफल लैंडिंग की लाइव स्क्रीनिंग का आयोजन किया। छात्र और संकाय सदस्य इस ऐतिहासिक कार्यक्रम को देखने के लिए एकत्र हुए, जो भारत के अंतरिक्ष अन्वेषण प्रयासों के लिए एक और उल्लेखनीय उपलब्धि है।
इसरो के तीसरे चंद्र मिशन, चंद्रयान-3 ने देश का ध्यान और उत्साह आकर्षित करे रक्खा, और इसका उद्देश्य चंद्र सतह की जांच करके अपने पूर्ववर्तियों के अनुसंधान को जारी रखना था। मिशन का उद्देश्य दक्षिणी ध्रुव के पास चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करना था, जो एक चुनौतीपूर्ण उपलब्धि है और इस उपलब्धि को हासिल करने वाला भारत पहला देश है।
आर्यन स्कूल ने इस स्क्रीनिंग के माध्यम से अपने छात्रों के बीच जिज्ञासा और वैज्ञानिक उत्साह को प्रज्वलित किया। लाइव स्क्रीनिंग कार्यक्रम ने छात्रों को मिशन की सफलता के पीछे के तनाव, प्रत्याशा और परम उल्लास का अनुभव प्रदान किया, और मौजूद सभी ने राष्ट्रीय गौरव की भावना के साथ अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के आधुनिकीकरण की सराहना करी।
इस अवसर पर बोलते हुए, प्रिंसिपल बी दासगुप्ता ने कहा, “चंद्रयान -3 की सफल लैंडिंग देखना हम सभी के लिए गर्व का क्षण था। इस तरह के आयोजन हमारे छात्रों को बड़े सपने देखने और विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और अंतरिक्ष अन्वेषण में करियर बनाने की प्रेरणा देते हैं। हमारा मानना है कि छात्रों को ऐसे ऐतिहासिक क्षणों से परिचित कराकर, हम आलोचनात्मक विचारकों और नवप्रवर्तकों की एक पीढ़ी के विकास के प्रति कार्य कर रहे हैं।”