विश्वकर्मा दिवस के शुभ अवसर पर पूर्ण विधि-विधान के साथ की गई शस्त्रों, औजारों और मशीनों की पूजा-अर्चना*
आज यंत्र और निर्माण के देवता भगवान श्री विश्वकर्मा की जयंती के अवसर पर गंगा विहार व जन विहार शिव मंदिर में शिल्प एवं यांत्रिक कला के देवता भगवान विश्वकर्मा की पूजा अर्चना की गयी। सर्वप्रथम भगवान विश्वकर्मा के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किए तत्पश्चात शास्त्रागार में ब्राह्मण द्वारा विधिवत पूजन कर भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा के समक्ष औजार रखकर विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना कर भगवान विश्वकर्मा से आशीर्वाद लिया गया। पूजन कार्य संपन्न होने के बाद सभी को प्रसाद व भंडारा वितरित किया गया। इंजीनियरिंग के क्षेत्र में भगवान विश्वकर्मा ने दुनिया को रास्ता दिखाया उन्होंने अपने कौशल से न केवल सोने की लंका का निर्माण किया बल्कि रामसेतु निर्माण के लिए अंश के रुप में नल व नील को भेजकर इस कठिन कार्य को भी आसानी से पूर्ण करावाया। विश्वकर्मा समस्त लोकों और पंच महाभूतों के परम ज्ञाता हैं।
इस दौरान विनय , वीरेंद्र कुमार, ओम कुमार, दिनेश कुमार, राजवीर, नरेंद्र कुमार, विजय कुमार, , ब्रहमपाल आदिमौजूद रहें।
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