देहरादून,सूबे में डेंगू के डंक से लोग कराह रहे हैं. उत्तराखंड के 13 जिलों में से 6 जिलों में डेंगू के मामले देखे गए हैं. सरकारी आंकड़ों पर गौर करें तो प्रदेश के 6 जिलों में अभी तक डेंगू के 838 मामले सामने आ चुके हैं.
इतना ही नहीं डेंगू की चपेट में आने से एक वन दारोगा और एक सिपाही की मौत हो चुकी है. जबकि, हरिद्वार रेंजर और एक कोतवाल डेंगू से जंग लड़ रहा है. डेंगू के बढ़ते प्रकोप ने सरकार और स्वास्थ्य महकमे की चिंता बढ़ा दी है.
उत्तराखंड में डेंगू संक्रमित मरीजों का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है. आलम ये है कि प्रदेश के 6 जिले डेंगू की चपेट में हैं. जिस पर काबू पाना एक बड़ी चुनौती बन गया है. यही वजह है कि शासन से लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी अब डेंगू पर काबू पाने के लिए तमाम दिशा निर्देश दे रहे हैं. जहां स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने डेंगू के संबंध में गाइडलाइन जारी कर दी है तो वहीं स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत भी स्वास्थ्य समेत संबंधित विभागों के साथ बैठक कर तमाम जरूरी दिशा निर्देश दे रहे हैं. इसी बीच सीएम पुष्कर धामी भी सचिव मुख्यमंत्री विनय शंकर पांडे से बात कर डेंगू को कंट्रोल करने के लिए कह चुके हैं.
डेंगू से इनकी गई जानः बता दें कि 12 अगस्त को देहरादून के नेहरू कॉलोनी थाने में तैनात सिपाही जगमोहन प्रकाश की डेंगू से मौत हो गई थी. इसके बाद 1 सितंबर को हरिद्वार जिले के हरिपुर कला के फुटबॉल खिलाड़ी पुलकित की डेंगू की वजह से मौत हो गई. मामला यहीं नहीं थमा, 3 सितंबर को डेंगू संक्रमित वन दारोगा ओपी सिंह का भी इलाज के दौरान मौत हो गई. हालांकि, ये तीनों मौतें निजी अस्पताल में इलाज के दौरान हुई हैं. उधर, हरिद्वार रेंजर दिनेश प्रसाद नौड़ियाल और ज्वालापुर कोतवाल कुंदन सिंह राणा की भी डेंगू के चलते हालत गंभीर बनी हुई है. जिनका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है.
स्वास्थ्य विभाग की मानें तो प्रदेश के 13 जिलों में से 6 जिले में डेंगू के मामले सामने आए हैं. पिछले करीब डेढ़ महीने के भीतर प्रदेश भर में 838 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है. वही, पिछले 24 घंटे के भीतर 49 नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. हालांकि, वर्तमान समय में 131 मरीज का इलाज चल रहा है. जबकि, 703 मरीज डेंगू से ठीक हो चुके हैं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार अभी तक डेंगू संक्रमित 4 लोगों की मौत हो चुकी है. डेंगू प्रभावित 6 जिलों में से देहरादून जिले में सबसे ज्यादा 506 मामले सामने आए हैं.