चमोली ( प्रदीप लखेड़ा )
बी.एड. विभाग द्वारा पाठ्य सहगामी क्रियाकलाप के अंतर्गत हिंदी पखवाड़ा में लघु कथा और काव्य पाठ का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का संचालन डा. विधि ध्यानी द्वारा किया गया । कार्यक्रम सहसंयोजक डा. चंद्रेश जोगिला द्वारा कार्यक्रम की रूपरेखा बताई गई ।
बी.एड. प्रशिक्षणार्थी पूनम द्वारा अपनी कविता पुराने समय की याद, कुलदीप द्वारा नशा छोड़ो तंबाकू छोड़ो, आकाश द्वारा अपनी लघुकथा रिश्तों की उम्र, पंकज द्वारा विवेक की कॉलेज लाइफ, प्रदीप द्वारा कविता एक बार देख लूं, गंगोत्री द्वारा एक साहसी बच्चे की कहानी, अमित द्वारा कविता पर्यावरण का विकास या विनाश, प्रियंका द्वारा कहानी समय का महत्व, अल्का द्वारा कविता भावनाओं पर प्रहार, मनोज द्वारा कहानी ईमानदारी, अर्चना द्वारा कविता मैं, मेरा बचपन और मेरी कॉलेज लाइफ, अमरदेयी द्वारा कहानी अंधा और लालटेन, मानसी द्वारा कविता मेरा एक सपना था प्रस्तुत की गई। डा. दिगपाल कंडारी द्वारा बहुत ही सरल एवं सारगर्भित शब्दों में छात्रों द्वारा प्रस्तुत कहानी और कविता का आलोचनात्मक विश्लेषण किया गया ।
इस प्रतियोगिता में अर्चना ने प्रथम, मानसी ने द्वितीय तथा मनोज ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
विजेता प्रतिभागियों को प्राचार्य प्रो0 के0 एस0 नेगी द्वारा पुरुस्कृत किया गया।
विभागाध्यक्ष प्रो. अमित कुमार जायसवाल द्वारा हिंदी भाषा का महत्व, हिन्दी की भविष्य में संभावनाएं बताई गई। अंत में कार्यक्रम के संयोजक डा. कुलदीप नेगी द्वारा कार्यक्रम के आयोजन का उद्देश्य बताया गया। कार्यक्रम में निर्णायक की भूमिका में हिंदी विभाग से डा. दिगपाल कंडारी, राजनीति विज्ञान विभाग से डा. मनीष मिश्रा तथा अंग्रेजी विभाग से डा. दिनेश सिंह पंवार रहे। इस अवसर पर डॉ ममता असवाल, डॉ अखिल चमोली, डा सबज सैनी, डॉ श्याम लाल बटियाटा, डा हिमांशु बहुगुणा उपस्थित रहे।