चमोली ( प्रदीप लखेड़ा )
चमोली जिले में अलकनंदा नदी के किनारे निर्माणाधीन नमामि गंगे परियोजना के सीवेज प्लांट में करंट लगने से 16 लोगों की जान चली गई थी। इस हादसे में कई तरह की लापरवाही होने की बातें सामने आई थी। इस मामले पर एसटीपी प्लांट का संचालन कर रही कंपनी को दोषी पाया गया है, साथ ही 4 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। वहीं, अब हादसे में मृतकों के परिजनों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए 25 लाख मुआवजा और नौकरी दिए जाने की मांग की है।
बुधवार को चमोली करंट हादसे में मृत 16 लोगों के परिजनों ने 25 लाख मुआवजा और नौकरी दिए जाने की मांग को लेकर दशोली ब्लॉक के फर्स्वाणपट्टी के आधे दर्जन से अधिक गांव के लोगों के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों द्वारा काफी देर तक कार्यालय गेट पर प्रदर्शन करने के बाद चमोली डीएम हिमांशु खुराना लोगों के पास पहुंचे और उनकी समस्याएं सुनी। इस दौरान ग्रामीणों ने डीएम को ज्ञापन सौंपा। डीएम ने भी शासन से वार्ता करने के बाद 7 दिनों के भीतर हरसंभव मदद का भरोसा दिया। इसके बाद ग्रामीण शांत हुए।
ग्रामीणों के प्रदर्शन को बदरीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी ने भी समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण और वह घटना के दिन से ही मृतकों के परिजनों को मुआवजे और सरकारी नौकरी की मांग सरकार से कर रहे हैं। लेकिन सरकार की तरफ से इस दिशा में कोई भी सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया है।