Prabhat Chingari
अन्तर्राष्ट्रीयस्वास्थ्य

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर गुरु नानक कॉलेज में भव्य योग कार्यक्रम का आयोजन

“Yoga for One Earth, One Health” थीम के तहत जनहित व स्वस्थ जीवनशैली को दिया गया बढ़ावा

देहरादून, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 के अवसर पर आज गुरु नानक कॉलेज, देहरादून में एक भव्य योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की थीम “Yoga for One Earth, One Health” रही, जिसे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 30 मार्च 2025 को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रस्तुत किया गया था। इस थीम के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि योग न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य बल्कि वैश्विक कल्याण व पर्यावरण संतुलन का भी माध्यम है।कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः कॉलेज प्रांगण में हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं, शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतिभागियों ने सूर्य नमस्कार, ताड़ासन, वृक्षासन, त्रिकोणासन, प्राणायाम और ध्यान जैसी योग विधियों का अभ्यास किया।
पैरामेडिकल विभाग के प्रिंसिपल डॉ. असलम अहमद ने कहा, “योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि जीवनशैली है जो तन, मन और आत्मा में संतुलन स्थापित करता है। जब प्रकृति और मानव दोनों स्वस्थ होंगे, तभी एक सशक्त समाज का निर्माण संभव है।”

नर्सिंग विभाग की प्राचार्या लोलिता ने योग को भारतीय परंपरा बताते हुए कहा, “स्वास्थ्य सेवा से जुड़े विद्यार्थियों के लिए योग अत्यंत उपयोगी है, क्योंकि यह तनाव को कम कर कार्य में एकाग्रता और सहानुभूति को बढ़ाता है।”

फार्मेसी विभाग की इंचार्ज कीर्ति ने कहा, “योग और आयुर्वेद भारत की प्राचीन वैज्ञानिक धरोहर हैं। फार्मेसी के छात्रों के लिए योग मानसिक स्पष्टता और कार्यक्षमता बढ़ाने का प्रभावी साधन है।”

कार्यक्रम में योग के शारीरिक और मानसिक लाभों पर भी प्रकाश डाला गया। प्रतिभागियों को बताया गया कि योग शरीर में लचीलापन, मांसपेशियों की मजबूती, बेहतर पॉस्चर और हृदय स्वास्थ्य में सुधार लाता है। प्राणायाम से श्वसन क्षमता बढ़ती है और तनाव से राहत मिलती है।
कॉलेज के चीफ स्ट्रैटेजी ऑफिसर सैथजीत सिंह ने कहा कि योग मानसिक व सामाजिक स्वास्थ्य को भी सुदृढ़ करता है और थीम “One Earth, One Health” वैश्विक प्रेरणा का माध्यम है।
चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर विनीत ने कहा कि कॉलेज योग को नियमित अभ्यास में शामिल करने पर विशेष जोर देता है।
रजिस्ट्रार ललित कुमार ने योग को आत्मिक शांति और मन की एकाग्रता का माध्यम बताते हुए इसे स्वस्थ जीवनशैली का आधार बताया।
कार्यक्रम के समापन पर सभी प्रतिभागियों ने संकल्प लिया कि वे नियमित रूप से योग करेंगे और समाज को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।
कॉलेज प्रशासन ने इस आयोजन को सफल बनाने में सहयोग देने वाले सभी छात्र-छात्राओं, शिक्षकों व स्टाफ सदस्यों का आभार व्यक्त किया
डॉ. निधि चटर्जी, डॉ. आर. डी. सकलानी, डॉ. भूपेन्द्र भारती, ममलेश सेमवाल, डॉ. विशाल कम्बोज, डॉ. नारायणी शुक्ला, सोनाक्षी शर्मा, तरुण वर्मा, डॉ. अनीता चौहान, तरुण सैनी, अक्षय, डॉ. गिरिराज, डॉ. ओवैसा, शिवानी, सुष्मिता, नेहा, अमित, दीक्षा, आशीष, अश्विन्द्र, राजेन्द्र, गरिमा, डॉ. भावना, डॉ. श्रेया, डॉ. मनीषा, इमरान, सबा, शिवम, लायबा, विद्या, अभिषेक, कीर्ति, अर्चना, गुलाफ्शा, रेखा, अनीशा, प्रशांत, सोनू, आस्था, चेतन, जय एवं अन्य सभी प्रतिभागियों का उल्लेखनीय योगदान रहा।

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