*15 जनवरी को पूजा-अर्चना कर विधि विधान के साथ कुबेर जी की मूर्ति नए मंदिर में विराजमान हो जाएगी*
चमोली ( प्रदीप लखेड़ा )
पांडुकेश्वर में नवनिर्मित मंदिर में कुबेर जी मूर्ति मकर संक्रांति को विराजमान हो जाएगी। इसके लिए मंदिर में शुक्रवार से धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो गए हैं। महिलाओं ने पारंपरिक परिधानों में कलश यात्रा निकाली।
पांडुकेश्वर कुबेर जी व उद्धवजी के शीतकालीन प्रवास स्थल हैं। यहां पर कुबेर जी का मंदिर जीर्णशीर्ण हो गया था, जिसकी जगह पर ग्रामीणों ने भव्य मंदिर तैयार कर लिया है। मकर संक्रांति पर धार्मिक विधि विधान के साथ कुबेर जी की मूर्ति अपने नवनिर्मित मंदिर में विराजमान हो जाएंगे। इसको लेकर शुक्रवार से धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो गए हैं। शुक्रवार सुबह महिलाएं पारंपरिक परिधान में कुबेर मंदिर पहुंचीं और कलश यात्रा निकाली गई। महिलाएं अलकनंदा नदी से कलश में जल भरकर मंदिर पहुंचीं। इस जल से मंदिर का शुद्धीकरण किया जाएगा। कुबेर दिवारा समिति के सचिव जसवीर सिंह मेहता ने बताया कि 15 जनवरी को पूजा-अर्चना कर विधि विधान के साथ कुबेर जी की मूर्ति नए मंदिर में विराजमान हो जाएगी।
