देहरादून, सेंट मेरीज़ सेकेंडरी स्कूल, क्लेमेंट टाउन, देहरादून ने 75 वर्षों की उत्कृष्ट शैक्षिक यात्रा का स्मरण करते हुए प्लेटिनम जुबली समारोह का भव्य आयोजन किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर विद्यालय ने अपनी दीर्घकालीन उपलब्धियों और शिक्षा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान का उत्सव मनाया।
उत्सव का शुभारंभ और अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति
समारोह की शुरुआत स्कूल परिसर में पारंपरिक दीप प्रज्वलन से हुई। कार्यक्रम में अनेक विशिष्ट अतिथियों ने शिरकत की, जिनमें स्कूल की प्रिंसिपल सिस्टर फ्लेवी, मैनेजर सिस्टर बैती, वाइस प्रोविंशियल सिस्टर स्मिता, शिक्षिका शशि कोचर, समाजसेवी सुमन शर्मा, और स्कूल के पूर्व छात्र अभिषेक परमार प्रमुख रहे।
इन सभी गणमान्यजनों की उपस्थिति ने समारोह को गरिमा प्रदान की। उन्होंने विद्यालय की 75 वर्षों की यात्रा को न केवल शिक्षा के क्षेत्र में एक मिसाल बताया, बल्कि इसे समाजसेवा और मूल्यपरक शिक्षा का आदर्श केंद्र भी माना।
प्लेटिनम जुबली प्रतीक चिन्ह (लोगो) का अनावरण
इस विशेष अवसर पर प्लेटिनम जुबली प्रतीक चिन्ह का अनावरण किया गया, जिसे विशेष रूप से इस समारोह के लिए डिज़ाइन किया गया था। यह लोगो “जीवन की पूर्णता के लिए परिवर्तनकारी शिक्षा” के विचार को मूर्त रूप देता है।
यह संदेश स्कूल की उस समग्र शिक्षा प्रणाली को उजागर करता है जो विद्यार्थियों के बौद्धिक, नैतिक, सामाजिक और भावनात्मक विकास को प्राथमिकता देती है। विद्यालय का उद्देश्य न केवल ज्ञान प्रदान करना है, बल्कि विद्यार्थियों को समाज में जिम्मेदार, संवेदनशील और जागरूक नागरिक बनाना भी है।
सेंट मेरीज़ स्कूल ने 1949 में एक छोटे से संस्थान के रूप में अपनी यात्रा शुरू की थी। समय के साथ, यह विद्यालय एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्था में परिवर्तित हो गया, जिसने हजारों विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की है।
इस स्कूल के अनेक पूर्व छात्र आज विभिन्न क्षेत्रों — जैसे प्रशासन, चिकित्सा, शिक्षा, उद्यमिता और समाजसेवा — में देश-विदेश में अपना नाम रोशन कर रहे हैं। विद्यालय के इन 75 वर्षों ने शिक्षण में अनुशासन, मूल्यों और गुणवत्ता का जो स्तर स्थापित किया है, वह अपने-आप में प्रेरणादायक है।
प्रिंसिपल सिस्टर फ्लेवी ने समारोह में अपने संबोधन के दौरान यह भी बताया कि सेंट मेरीज़ आने वाले वर्षों में डिजिटल शिक्षा, नैतिक नेतृत्व निर्माण और सामाजिक समावेशन को और अधिक मजबूत बनाने की दिशा में कार्य करेगा। उन्होंने इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षकों, छात्रों, अभिभावकों और पूर्व छात्रों का आभार भी व्यक्त किया।
प्लेटिनम जुबली समारोह केवल अतीत की उपलब्धियों का उत्सव नहीं था, बल्कि एक प्रेरणादायक संकल्प भी था — भविष्य में और अधिक समर्पण और नवाचार के साथ शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी बने रहने का। यह समारोह विद्यालय की गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाते हुए शिक्षा को जीवन निर्माण का माध्यम मानने की विचारधारा को पुनः सुदृढ़ करता है।