*पंच प्यारों की अगुवाई में सिक्ख श्रद्धालुओं का पहला जत्था गोविन्दघाट से हेमकुण्ड साहिब के लिए हुआ रवाना*
चमोली ( प्रदीप लखेड़ा )
गुरुद्वारा गोविन्दघाट से बैण्ड बाजों की धुन के साथ पंच प्यारों की अगुवाई में पवित्र निशान के साथ सिक्ख श्रद्धालुओं का पहला जत्था हेमकुण्ड साहिब के लिए रवाना हो गया है। जिनका आज रात्रि विश्राम घांघरिया स्थित गुरुद्वारे में होगा एवं कल प्रातः यह जत्था हेमकुण्ड साहिब के लिए रवाना होगा।
तदुपरान्त हेमकुण्ड साहिब के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। उत्तराखंड के पांचवे धाम श्री हेमकुंड साहिब के कपाट खोलने की तैयारी पूरी कर ली है। शनिवार को पंच प्यारे के नेतृत्व में गोविंदघाट गुरुद्वारे से श्रद्धालुओं का पहला जत्था हेमकुंड साहिब के लिए खान्य हो गया।
शनिवार को हेमकुंड साहिब के कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। गुरुद्वारा कमेटी की ओर से हेमकुंड साहिब में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर दी गई हैं। सप्त श्रृंग पर्वत मालाओं के बीच 4160 मीटर की ऊंचाई पर स्थित सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह ने तपस्या की थी। जिसके बाद से सिखों का ये पवित्र तीर्थ प्रकाश में आया और इस समुदाय के लोग 19 किमी0 की कठिन चढ़ाई को पार कर हेमकुंड साहिब पहुँचते हैं।
