देहरादून, माँ डाटकाली मनोकामना सिद्धपीठ, देहरादून में चल रहे 222वें वार्षिकोत्सव के अंतर्गत छठे दिन श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला। प्रातःकालीन बेला में मंदिर परिसर माता रानी की भक्ति से सराबोर हो गया।
सुबह 6 बजे माँ डाटकाली के जागरण की भव्य आरती का आयोजन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने भाग लिया। इसके उपरांत कन्या पूजन कर कन्याओं को माता का रूप मानते हुए हलवा और चने का भोग अर्पित किया गया एवं प्रसाद वितरण किया गया। भक्तों ने श्रद्धापूर्वक प्रसाद ग्रहण कर पुण्य लाभ प्राप्त किया।
प्रातः 9 बजे मंदिर प्रांगण में आषाढ़ शुक्ल नवमी के अवसर पर विशेष हवन यज्ञ का आयोजन हुआ, जिसमें धर्माचार्यों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ भक्तों के कल्याण एवं विश्व शांति हेतु आहुतियाँ समर्पित की गईं। इसके पश्चात माँ के पवित्र ध्वजों (झंडों) का विधिवत पूजन कर उन्हें मंदिर परिसर में स्थापित किया गया, जो वार्षिकोत्सव की परंपरा का प्रमुख हिस्सा है।
प्रातः 11 बजे से विशाल भंडारे की शुरुआत हुई, जो देर शाम तक अनवरत रूप से चलता रहा। माँ अन्नपूर्णा की कृपा स्वरूप परोसे गए प्रसाद में श्रद्धालुओं ने भाग लेकर आध्यात्मिक तृप्ति प्राप्त की। श्रद्धालुओं की सेवा में मंदिर समिति व सेवकगण दिनभर सक्रिय रहे। भंडारा आयोजन में शुद्धता, व्यवस्था एवं समर्पण का विशेष ध्यान रखा गया।
सांयकाल में विशेष आरती कर माँ अन्नपूर्णा का आभार प्रकट किया गया। भक्तों ने हाथ जोड़कर माता से सुख-शांति एवं मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना की।
कार्यक्रम की पूर्णता पर माँ डाटकाली मंदिर के महंत श्री रमन प्रसाद गोस्वामी जी ने विधि-विधान से सम्पन्न हो रहे इस वार्षिकोत्सव हेतु समस्त भक्तगणों को बधाई एवं माता का आशीर्वाद प्रदान किया। उन्होंने कहा कि माँ की कृपा सभी पर बनी रहे, यही हमारी कामना है।
इस अवसर पर श्रद्धालुओं के साथ-साथ मंदिर समिति के सक्रिय सदस्यगण — शुभम गोस्वामी, संयम गोस्वामी, दिनेश अग्रवाल, गौरव कुमार, शिवम् गोयल, नरसिंह दास, हरीश मारवाह, अमित कर्णवाल, विक्की खत्री, लक्ष्य बजाज, विनीत नागपाल, पंकज चंदना आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।