देहरादून, ओम पैलेस वेडिंग पॉइंट, बालावाला, देहरादून में श्रीमती सरोज गहलोत द्वारा जन कल्याण हेतु आयोजित श्रीमद् भागवत कथा महोत्सव में आज श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीकृष्ण की मनमोहक बाल लीलाओं का भावपूर्ण रसपान किया।
कथावाचक पूज्य आचार्य शशिकांत जी महाराज ने अपनी ओजस्वी वाणी में भगवान के जन्म से लेकर गोकुल आगमन, पूतना वध, शकटासुर मोचन और माखन चुराने जैसी अलौकिक लीलाओं का अत्यंत ही सरस और हृदयस्पर्शी वर्णन किया।
आचार्य शशिकांत जी महाराज ने कथा के दौरान समझाया कि भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाएं मात्र मनोरंजन नहीं, बल्कि गहरे आध्यात्मिक रहस्यों से परिपूर्ण हैं। उन्होंने पूतना वध का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि यह लीला दर्शाती है कि भगवान अपने भक्तों की रक्षा के लिए किसी भी रूप में, यहाँ तक कि बाल रूप में भी, कितनी शक्ति रखते हैं। आचार्य जी ने आगे कहा कि बाल्यकाल में भगवान का माखन चुराना, ग्वाल-बालों के साथ क्रीड़ा करना और माता यशोदा की गोद में खेलना – ये सभी लीलाएं भक्तों को ईश्वर के साथ सहज और प्रेमपूर्ण संबंध स्थापित करने की प्रेरणा देती हैं।
कथा स्थल पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा।
भजन-कीर्तन, मंत्रोच्चारण और भगवान की बाल लीलाओं पर आधारित मनमोहक झांकियों ने पूरे वातावरण को भक्तिमय कर दिया। बच्चों द्वारा प्रस्तुत रासलीला और कृष्ण जन्म की झांकी विशेष रूप से आकर्षण का केंद्र रहीं, जिसने उपस्थित सभी भक्तों का मन मोह लिया।
इस पावन अवसर पर उत्तराखंड विद्युत सभा के अध्यक्ष पंडित विजेंद्र प्रसाद ममगांई, निवर्तमान मेयर सुनील उनियाल गामा, उमा नरेश तिवारी, भाजपा नेता विशाल गुप्ता, आयुषी गहलोत, क्षेत्रीय पार्षद, विनोद त्यागी, जयकरन मिश्रा, शर्मिला, शताक्षी और अमरीश तिवारी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे और कथा का पुण्य लाभ लिया।