देहरादून में परम पूज्य आचार्य 108 श्री सौरभ सागर जी महाराज का भव्य मंगल प्रवेश, श्रद्धा और भक्ति से सराबोर रहा शहर
हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति, नगरवासियों ने पुष्पवर्षा, झांकियों और भजनों से किया स्वागत
देहरादून,
देहरादून शहर ने एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक क्षण का साक्षी बनते हुए परम पूज्य आचार्य 108 श्री सौरभ सागर जी महाराज का भव्य मंगल प्रवेश समारोह आयोजित किया। उत्तराखंड सरकार द्वारा राजकीय अतिथि का दर्जा प्राप्त, संस्कार प्रणेता और ज्ञानयोगी आचार्य श्री का यह आगमन वर्षायोग के शुभारंभ का प्रतीक रहा।
मंगल प्रवेश यात्रा की शुरुआत सुबह रिस्पना पुल से पदयात्रा के रूप में हुई, जो धर्मपुर, आराघर, रेसकोर्स चौक होते हुए श्री दिगंबर जैन पंचायती मंदिर एवं जैन भवन (60 गांधी रोड) तक संपन्न हुई। इस दौरान रास्ते भर श्रद्धालुओं और समाजजनों ने जगह-जगह पाद प्रक्षालन, आरती, रंगोली, पुष्पवर्षा और झांकियों के माध्यम से पूज्य आचार्य श्री का अभिनंदन किया।
पूरे मार्ग को भगवा पताकाओं, तोरण द्वारों और पुष्पों से सजाया गया था। दिल्ली, मेरठ, गाजियाबाद, मुज़फ्फरनगर, ऋषिकेश एवं सरधना जैसे विभिन्न नगरों से आए भजन मंडलों द्वारा प्रस्तुत संगीतमय भक्ति कार्यक्रमों ने वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
जैन भवन पहुँचने पर वर्षायोग समिति तथा देहरादून जैन समाज द्वारा आयोजित भव्य स्वागत समारोह में पूज्य आचार्य श्री का विधिवत स्वागत किया गया। इस अवसर पर देहरादून नगर निगम के मेयर श्री सौरभ थपलियाल एवं निकाय प्रकोष्ठ के अध्यक्ष श्री विशाल गुप्ता बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ “जैन मिलन प्रगति” द्वारा मंगलाचरण से हुआ। इसके पश्चात “सौरभ सागर बालिका मंच” की बालिकाओं द्वारा स्वागत गीत की मनमोहक प्रस्तुति दी गई। भगवान महावीर स्वामी के चित्र का अनावरण एवं दीप प्रज्वलन के साथ समारोह ने आध्यात्मिकता की ऊँचाई को छुआ।
अपने आशीर्वचन में पूज्य आचार्य श्री ने उपस्थित श्रद्धालुओं को संयम, सेवा और संस्कारों की राह पर चलने की प्रेरणा दी। उन्होंने सभी समाजजनों के समर्पण और सेवा भावना की सराहना करते हुए इसे जैन परंपरा की सच्ची अभिव्यक्ति बताया।
समारोह में जिनवाणी जागृति मंच, महिला अंचल, आदि-अनादि संभाग, दिगंबर जैन महासमिति, प्रभु समर्पण समिति, महाकाल सेवा समिति, जैन मिलन, माजरा एवं सुभाष नगर जैन मंदिर समिति सहित समाज की तमाम शाखाओं के प्रतिनिधि एवं श्रद्धालु उपस्थित रहे।
पूरे कार्यक्रम का संचालन कुशलता से संपन्न हुआ और देहरादून में वर्षायोग के आगमन को लेकर समाज में उल्लास एवं गौरव का वातावरण व्याप्त रहा ।